बहुत प्यार से सपने सजाये थे , उनके आने की खुशी में कई अरमान सजाये थे ,जब न
आये वो लौट कर,सच में उन्ही अरमानो को आपने हाथो से दफनाये थे ,जी भर के रो भी
न सके हम उनके कंधो से लग कर क्युकी तन्हा थे इस कदर की अपने अरमानो को खुद
ही खो के आये थे हम ....
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